Film Making me Career Kaise banaye | Career in Film Industry

फ़िल्में हॉलीवुड की हो या फिर बॉलीवुड की सभी को देखना पसंद है लेकिन इस दुनिया में, बहुत से ऐसे लोग है जिनको फ़िल्में बनाने में अपना करियर  बनाना है। क्या आप भी उनमें से एक है? और यह जानना चाहते है की Film Making me Career Kaise banaye?  

तो आज की यह पोस्ट सिर्फ़ आपके लिए है। आज की इस पोस्ट में हम जानेगे की Film Industry me Career बनाने के लिए आपको क्या करना होगा।

जिससे की आप भी यह जान पाये की कैसे आप भी अपने सपनो को पूरा कर सकते है और फ़िल्मों की दुनिया में अपना नाम बना सकते है। 

आज हम ऐसे ही कुछ विषयों जैसे film making course, best film making institute  आदि के बारे में बात करेंगे 

Film Making me Career Kaise banaye

भारत में फ़िल्में पिछले 100 सालो से भी ज़्यादा समय से बनती आ रही है। फ़िल्में हमारे जीवन का एक हिस्सा बन गयी है। 

इस इंडस्ट्री से जुड़ कर लाखों लोगों ने अपने भविष्य को बनाया है, जिससे इस बढ़ती हुई  इंडस्ट्री में काफ़ी संभावनाएँ पैदा हुई है। 

जो युवाओं के लिए काफ़ी सफल साबित हुई है। ऐसे में अगर आप भी फ़िल्म मेकिंग में अपना करियर बनाना चाहते है तो आपके पास बहुत सारे ऑप्शन है। 

तो आइये सबसे पहले जानते है की फ़िल्म मेकिंग क्या होता है और उसके बाद हम जानेगे की फ़िल्म मेकिंग में करियर के कितने ऑप्शन है 

फ़िल्म मेकिंग क्या होता है

किसी भी फ़िल्म को बनाने में  क्रिएटिविटी और टेक्नोलॉजी दोनो का बहुत बड़ा योगदान रहा है, जिसमें की कैमरा सबसे अहम भूमिका निभाता है।

 किसी भी कहानी के किरदारों को पर्दे पर जीवंत करना और हर एक पहलू को सही  तरीक़े से पर्दे पर दिखाने के लिए आपको बहुत से लोगों की मदद लेनी होती है। 

किसी भी फ़िल्म को बनाने में और उसे पूरा करने में बहुत सारे लोगों का योगदान रहता है हर किसी के कार्य अलग-अलग होते है। 

फ़िल्म बनाने के बाद केवल हीरो और हीरोईन ही हमें दिखते है लेकिन बिना टीम के किसी भी फ़िल्म को बनाना काफ़ी मुश्किल है 

अब ऐसे में अगर आपके पास भी कोई टैलेंट है तो आप भी इस फ़िल्म इंडस्ट्री का हिस्सा बन सकते है इसके लिए आपको film production का कोर्स करना होगा 

तो आइए अब जानते है फ़िल्म मेकिंग में कौन-कौन से क्षेत्रों में करियर बना सकते है 

1.स्क्रीनप्ले राइटिंग 

किसी भी फ़िल्म को बनाने के लिए एक अच्छी कहानी का होना सबसे ज़रूरी होता है।

 उस के आधार पर बाक़ी अन्य कार्यों को किया जाता है। ऐसे में अगर आपको कहानी लिखने का शौक़ है तो आप इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है 

2. डिरेक्शन 

फ़िल्म की कहानी मिलने के बाद उस फ़िल्म के डिरेक्टर  को सबसे ज़्यादा काम करना पड़ता है। डिरेक्टर ही बाक़ी किरदारों का चुनाव करता है तो ऐसे में अगर आप भी एक डिरेक्टर के रूप में काम करना चाहते है तो इसके लिए आपको इसे जुड़ा कोई कोर्स करना होगा 

3. सिनेमेटोग्राफ़िक 

कैमरे के जरिय ही कहानी को रूप दिया जाता है और उसे पर्दे पर जीवित किया जाता है ऐसे में अगर आपको  कैमरे और लाइट की अच्छी जानकारी है तो आप इसमें अपना करियर बना सकते है 

4. म्यूज़िक 

भारत में कोई मूवी बने और उसमें गाना ना हो, ऐसा हो ही नही सकता है किसी भी फ़िल्म की म्यूज़िक बनाने में पूरी म्यूज़िक टीम का योगदान होता है जैसे सिंगर, साउंड इंजीनियर, साउंड एडिटर आदि 

5. कोरियोग्राफ़र 

अब अगर फ़िल्मों में गाने है तो डान्स तो होगा ही, गाने के किस बोल पर कौन से स्टेप करने है इसकी सबसे अच्छी जानकरी तो केवल एक डान्सर को ही होती है फ़िल्म को सफल बनाने के सफ़र में कोरियोग्राफ़र एक अहम भूमिका निभा सकता है 

6. एडिटिंग 

फ़िल्म की कहानी मिल गयी, ऐक्टर का चुनाव हो गया, गाने बन गये, कोरियोग्राफ़र ने अपनी भूमिका निभा दी 

फ़िल्म पूरी शूट हो गयी, अब काम शुरू होता है एडिटिंग का, अगर आप नही जानते तो आपको बताना चाहूँगा, किसी भी फ़िल्म को एक बार में पूरा शूट नही किया जाता 

हर एक सीन को अग़ल-अग़ल शूट किया जाता है एडिटर, उन शूट किए गये सीन को जोड़ कर उसे कहानी का रूप देता है यह  पूरा काम डिरेक्टर की देखरेख में पूरा किया जाता है.

Career Option in Film Making 

  • प्रोडक्शन मैनेजर 
  • प्रोडक्शन असिस्टेंट 
  • प्रोडक्शन कोडिनेटर 
  • डिरेक्टर 
  • कास्टिंग डिरेक्टर 
  • कास्टिंग असिस्टेंट
  • आर्ट डिरेक्टर 
  • प्रोडक्शन डिजाइनर 
  • मेकउप आर्टिस्ट 
  • सेट डिजाइनर 
  • लोकेशन मैनेजर 
  • हेयर स्टाइलिश 
  • स्क्रीन प्ले राइटर 
  • म्यूज़िक एडिटर 
  • सिंगर 

फ़िल्म मेकिंग से जुड़े कोर्स 

  • पोस्ट ग्रैजूएट डिप्लोमा इन डायरेक्शन 
  • पोस्ट ग्रैजूएट प्रोग्राम इन सिनेमा 
  • पोस्ट ग्रैजूएट डिप्लोमा इन साउंड रिकॉर्डिंग एंड साउंड डिजाइन
  • पोस्ट ग्रैजूएट डिप्लोमा इन एडिटिंग 
  • सर्टिफ़िकेट कोर्स इन स्क्रीनप्ले राइटिंग 
  • डिप्लोमा इन विडीओ प्रोडक्शन
  • पोस्ट ग्रैजूएट डिप्लोमा इन प्रोडक्शन डिजाइन एंड आर्ट डायरेक्शन 
  • डिप्लोमा इन सिनेमेंटोंग्राफ़ी 
  • डिप्लोमा इन कैमरा एंड लाइटिंग 

बेस्ट फ़िल्म मेकिंग इन्स्टिटूट 

  1. एल वी प्रसाद फ़िल्म एंड टीवी एकेडमी, चेन्नई 
  2. नैशनल फ़िल्म एंड फ़ाइन आर्ट्स, कोलकाता 
  3. डिजिटल एकेडमी-द फ़िल्म स्कूल, मुंबई 
  4. सत्यजीत रे फ़िल्म एंड टेलिविज़न इन्स्टिटूट, कोलकाता 
  5. मेट्रिकस फ़िल्म एकेडमी, दिल्ली 
  6. फ़िल्म एंड टेलिविज़न इन्स्टिटूट ऑफ़ इंडिया, पुणे 
  7. सेंटर फ़ॉर रीसर्च इन आर्ट ऑफ़ फ़िल्म एंड टेलिविज़न, दिल्ली 
  8. एशियन एकेडमी ऑफ़ फ़िल्म एंड टेलिविज़न, नॉएडा 
  9. अन्नपूर्णा इंटरनैशनल स्कूल ऑफ़ फ़िल्म एंड मीडिया, हैदराबाद
  10. व्हिस्टालिंग वुडस इंटर्नैशनल, मुंबई 

3 thoughts on “Film Making me Career Kaise banaye | Career in Film Industry”

    • इसके लिए पहले आपको कोर्स करना होगा या अगर आपको ऐक्टिंग आती है तो आप Noida, Delhi या mumbai जा कर auditions दे सकते है

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