छठ पूजा के दौरान ना हो जाए भूल, रखे इन बातों ध्यान
छठ पूजा के दौरान सूर्य की उपासना की जाती है। ऐसी मान्यता है की सूर्य की पूजा करने से घर में सुख, शांति और धन का प्राप्ति होती है.
सूर्य जैसे संतान की प्राप्ति के लिए छठी मैया की पूजा की जाती है.
छठ पूजा बिहार का सबसे बड़ा महापर्व है जो बड़े धूम धाम से मनाया जाता है.
छठ पूजा के व्रत सबसे कठिन माना जाता है। इसके नियम बहुत कठोर है.
आज हम उन गलतियो के बारे में बात करेंगे जिन्हें करने से आपको बचना चाहिए.
सूर्य भगवान को अर्ध्य देने के लिए जिस बर्तन का उपयोग करते है वो चाँदी, ग्लास, स्टील और प्लास्टिक का नहीं होना चाहिए.
छठ पूजा का प्रसाद हमेशा मिट्टी के वर्तन में बनाया जाता है साफ - सुथरी जगह पर.
छठ पूजा के प्रसाद को हमेशा साफ हाथों से छूना चाहिए, बच्चों को पूजा होने तक प्रसाद से दूर रखे.
छठ का व्रत करने वाली महिलाओं को बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए, व्रत रखने वाली व्रतियों को ज़मीन पर चादर बिछाकर सोना होता है.
यदि आप व्रत करती है तो बिना सूर्य को अर्ध्य दिये कुछ भी ना खाये, ना पिये.
छठ का व्रत करने वालों को अपशब्दों और अभद्र भाषा का उपयोग नहीं करना चाहिए.