हम सब अपने पूरे दिन में कई बार म्यूचुअल फंड के बारे में TV से लेकर न्यूज़ पेपर तक में सुनते और पढ़ते है लेकिन हमें Mutual Fund kya hai? और इसमें कैसे निवेश करे ? इसके बारे में बहुत कम या अधूरी जानकारी है।
कई लोगों को म्यूचुअल फंड बहुत जटिल और जोखिम भरा निवेश लगता है जो की सही नही है, अगर आपको म्यूचुअल फंड की जानकारी है और इसके बारे में सभी नियम और शर्तें आपको मालूम है तो इसमें निवेश कर सकते हो।
म्यूचूअल फ़ंड्ज़ में हम 100₹ से निवेश कर सकते है और सही जानकारी के साथ म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करके बहुत अच्छा पैसा कमा सकते है।
UTI A.M.C भारत की सबसे पुरानी म्यूचूअल फंड कम्पनी है। इंडिया में Mutual Funds की शुरूवात सन 1963 में हुई थी जब भारतीय सरकार ने UTI (Unit Trust Of India) की स्थापना की थी।
UTI भारत में 1987 तक Mutual Funds में काम करने वाली इकलौती कम्पनी थी इसके बाद SBI, PNB और CANARA BANK ने अपने फ़ंड्ज़ इक्कठे किए थे।
म्यूचूअल फंड कम्पनी भारत में SEBI (Securities And Exchange Board Of India / भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के अंतर्गत काम करती है।इसका काम Mutual Funds companies के लिए ऐसे नियम बनना होता है जिससे की ये निवेशकों के साथ धोका ना करे।
Boston Analytics ने इंडिया के निवेशकों पर रीसर्च किया है और उनकी रिपोर्ट के अनुसार भारत के निवेशक Mutual Funds में निवेश करने से पीछे हट रहे है जिसका मुख्य कारण उनकी Mutual Funds से सम्बंधित जानकारी की कमी है और Mutual Funds में निवेश करने को वो जोखिम भरा कदम मानते है।
Mutual Fund in hindi में आज हम आपकी सभी शंकाओं को दूर करने की कोशिश करेंगे और अगर पूरा आर्टिकल पढ़ने के बाद भी आपके मन में कोई सवाल हो तो उसे हमें कॉमेंट करके ज़रूर बताएँ हम उसका जवाब आपको देंगे।
Mutual funds kya hai hindi me
म्यूचूअल फंड कम्पनी कई इंवेस्टेर (निवेशको) से पैसा इकट्ठा करती है और इस इकट्ठा किए हुए पैसे से ज़्यादा से ज़्यादा मुनाफ़ा अर्जित करने के लिए इसको कई इकाइयों (UNITS) में बाँट कर कई जगह निवेश करती है।
इसको अगर हमें आसान शब्दों में समझना है तो म्यूचूअल फंड कम्पनी आपसे और आप जैसे कई लोगों से पैसा इकट्ठा करती है एक म्यूचूअल फंड स्कीम के तहत फिर उस पैसे को कई जगह निवेश करती है जहाँ से इस पैसे पर मुनाफ़ा अर्जित हो।
म्यूचूअल फंड में सभी तरह के निवेशक निवेश कर सके इसे इस हिसाब से बनाया गया है यहाँ अपनी सामर्थ्य के हिसाब से 100 ₹ निवेश करने वाले निवेशक से लेकर लाखों रुपए निवेश करने वाले निवेशक निवेश कर सकते है।
इसके लिए एक प्रफ़ेशनल फंड मैनेजर होता है जो की आपके पैसों को सही जगह अपने अनुभव के आधार पर निवेश करता है। जिसके लिए म्यूचूअल फंड कम्पनी कुछ चार्ज आपके पैसों से काटती है ।
अगर आपको share मार्केट की जानकारी नही है तो म्यूचूअल फंड निवेश करने का बहुत अच्छा माध्यम है क्योंकि इसमें आपके पैसे की देखभाल करने के लिए फंड मैनेजर होता है। इसमें आप अपने बजट के हिसाब से निवेश कर सकते हो।
फंड मैनेजर का काम आपके पैसों पर ज़्यादा से ज़्यादा मुनाफ़ा कमा कर आपको देना होता है इसके लिए फंड मैनेजर अपने पूरे अनुभव का इस्तेमाल करता है और आपके पैसों को सही जगह निवेश करता है जहाँ से मुनाफ़ा अर्जित करने की सम्भावना ज़्यादा होती है।
यहाँ हमें याद रखना चाहिए की म्यूचूअल फंड भी कई प्रकार के होते है तो हमें कभी भी किसी भी म्यूचूअल फंड में निवेश करने से पहले उसकी पूरी जानकारी ले लेना ज़रूरी होता है क्योंकि इसमें आपको कई बार घाटा भी हो सकता है लेकिन Share मार्केट की तुलना में म्यूचूअल फंड में कम जोखिम होता है और सही म्यूचूअल फंड में निवेश करके आप अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हो।
सही म्यूचूअल फंड का चुनाव कभी भी उसकी आख़री पर्फ़ॉर्मन्स के आधार पर नही करना चाहिए ज़रूरी नही की जिस म्यूचूअल फंड में आख़री समय अच्छा मुनाफ़ा आया है वो फिर से आपको अच्छा मुनाफ़ा कमा कर दे।
म्यूचूअल फंड में Unit(इकाई) क्या होती है ? Units Of Mutual Fund
Unit जिसे हिंदी में इकाई कहते है म्यूचूअल फंड का मुख्य हिस्सा होता है, Units को ख़रीद कर ही हम म्यूचूअल फंड में निवेश (Invest) करते है।
म्यूचूअल फंड को ऐसे बनाया जाता है की एक कम निवेश करने वाला निवेशक भी उसमें निवेश कर सके।
इसके लिए म्यूचूअल फंड को कई छोटे छोटे हिस्सों में बाँटा जाता है । म्यूचूअल फंड को जिन छोटे हिस्सों में यानी भागों में बाँटा है , उन्हें ही Units कहते है।
म्यूचूअल फंड को इन Units के हिसाब से ही ख़रीदा और बेचा जाता है।
इसे हम ऐसे समझ सकते है की एक आपको एक म्यूचूअल फंड में निवेश करना है जिसकी वैल्यू 1000000( दस लाख) है।
क्या आप पूरा इस म्यूचूअल फंड को ख़रीद पाओगे ?
शायद नही,क्योंकि इतनी ज़्यादा रक़म हर इंसान के पास नही होती है। लेकिन अगर इसे 100000( एक लाख) भाँगों में बाँट दे तो इसके एक भाग(Unit) या हिस्से की वैल्यू 10 ₹ हो जाती है।जिसे हम एक यूनिट बोलते है।
जिससे आप इसके 10 हिस्सों को भी ख़रीद लोगे और इसके 1000000(दस लाख) के 10 हिस्से यानी 10 units में अपना मालिकाना हक़ प्राप्त कर लोगे।
NAV क्या होता है? Mutual Fund NAV in hindi
म्यूचूअल फंड NAV क्या होता है? NAV म्यूचूअल फंड की सबसे बेसिक और मुख्य हिस्सा होता है।NAV से ही हम म्यूचूअल फंड में अपने निवेश के लाभ या हानि की गरणा करते है।
म्यूचूअल फंड में NAV का फुल्ल फ़ॉर्म – Net Asset Value होता है।
हर एक यूनिट की वैल्यू से खर्चे को हटाने के बाद जो ऐक्चूअल वैल्यू आती है उसे NAV ( Net Asset Value) कहते है।
इसे हम इस तरह समझ सकते है की हमने म्यूचूअल फ़ंड्ज़ में 1 Unit ख़रीद रखी है जिसकी वर्तमान वैल्यू 15 ₹ है।
अगर हम इसकी NAV निकलते है तो इसमें से फंड मैनेजर का चार्ज और बाक़ी खर्चे जो की मान लेते है 2 ₹ कुल है।इसको वर्तमान 1 यूनिट वैल्यू जो की 15 ₹ है से कुल खर्च 2₹ को घटा देंगे।।
तो हमारे 1 Unit की NAV(Net Asset Value) 13 ₹ होगी।
NAV की गरणा हमेशा वर्तमान Unit वैल्यू पे की जाती है जो मार्केट के हिसाब से कभी कम या ज़्यादा हो सकती है।
Mutual fund kya hai aur kaise nivesh kare
mutual fund kya hai में सबसे महत्वपूर्ण हमारे लिए Types Of Mutual Funds के बारे में जानना है क्योंकि म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते है ये जान कर और समझ कर ही हम म्यूचूअल फंड में सुरक्षित निवेश कर पाएँगे।
जैसा कि हम सब जानते है की अभी तक कई लोगों को ये नही पता था की म्यूचूअल फंड वास्तव में क्या होता है जिसके लिए हमने म्यूचूअल फंड के बेसिक बातों NAV,Units और म्यूचूअल फंड क्या होता है? को बारीकी से जान चुके है।
हमें म्यूचूअल फंड में निवेश करने से पहले Types Of म्यूचूअल फंड को जानना ज़रूरी है।
म्यूचूअल फंड को मूल रूप से दो भागों में बाँट कर समझ सकते है –
A) फंड के भुगतान के आधार पर म्यूचूअल फंड
(B) इन्वेस्टमेंट (निवेश) के आधार पर म्यूचूअल फंड
(A) फंड के भुगतान के आधार पर म्यूचूअल फंड
फंड के भुगतान के आधार पर म्यूचूअल फंड तीन प्रकार के होते है –
(a) Open Ended म्यूचूअल फंड – Open Ended म्यूचूअल फंड में आप कभी भी Net Asset Value(NAV) के आधार पर फंड को ख़रीद या बेच सकते है। इसमें फंड की कोई fixed maturity period ना होने को वजह से ये निवेशकों की पहली पसंद होती है ।क्योंकि ज़रूरत होने पर आप अपना पैसा कभी भी निकाल सकते है।
(b) Close Ended म्यूचूअल फंड – Close Ended म्यूचूअल फंड में Fixed Maturity Period होता है। इन फंड में निवेश करने की भी सीमित अविधि होती है जो फंड लॉंच होने के बाद एक निश्चित समय के लिए उपलब्ध होती है जिस समय अविधि के अंदर आप इसमें निवेश कर सकते हो।इस तरह के म्यूचूअल फंड Stock Exchange में listed किए जाते है ।
पूर्ण रूप से इनमे सदस्यता लेने के बाद इसे Stock Exchange में ख़रीदा और बेचा जाता है।
(c) Interval म्यूचूअल फंड – Interval म्यूचूअल फंड मूल रूप से Open Ended और Close Ended mutual फंड के मिले जुले फ़ायदों के साथ बनता है।इस फंड को Net Asset Value (NAV) के आधार पर स्टाक इक्स्चेंज में ट्रेड किया जाता है जिसके लिए पहले से समय अंतराल तय किया जाता है।
इस फंड को पूर्व निर्धारित समय पर ही ख़रीदा या बेचा जा सकता है।
(B) इन्वेस्टमेंट (निवेश) के आधार पर म्यूचूअल फंड
इन्वेस्टमेंट(निवेश) के आधार पर म्यूचूअल फंड पाँच प्रकार के है –
(a) Debt / Income म्यूचूअल फंड – Debt / Income म्यूचूअल फंड उन निवेशकों के लिए है जो अपने निवेश(इन्वेस्टमेंट) में किसी तरह का जोखिम नही उठाना चाहते है।इस म्यूचूअल फंड में Fixed रिटर्न होता है।
Debt / Income म्यूचूअल फंड के अंतर्गत जमा हुआ पैसा सरकारी और corporate योजनाओं में लगाया जाता है जहाँ रिटर्न की सम्भावना ज़्यादा होती है।
(b) Equity Funds – जो निवेशक Long Term profit कमाना चाहते है वो Equity Funds की स्कीम में निवेश कर सकते है। इस स्कीम में पूरा फंड Equity Shares में निवेश किया जाता है।
इसमें जितनी सम्भावना लाभ की होती है उतनी ही नुक़सान की है। अगर आपको Equity की पूर्ण जानकारी है और आप रिस्क लेने के लिए तैयार है तो ही इसमें निवेश करे।
(c) Glit Funds – इस फंड में जमा हुए पैसे को सरकारी योजनाओं में लगाया जाता है।जिसकी वजह से ये सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है।
(d) Liquid Mutual Fund – इस फंड में निवेश सुरक्षित होता है।अगर निवेशक कम समय के लिए निवेश करना चाहते है तो इसमें सुरक्षित निवेश किया जा सकता है।
Liquid म्यूचूअल फंड के अंतर्गत निवेश किए गए फंड को फंड मैनेजर कम समय के लिए उपलब्ध योजनाओं में निवेश करते है। जिससे निवेशक को कम समय में लाभ अर्जित हो।
(e) Balanced म्यूचूअल फंड – Balanced म्यूचूअल फंड के अंतर्गत जमा हुए फंड का निवेश Debt और Equity दोनो में किया जाता है।इससे निवेश को Debt और Equity दोनो के मिले जुले लाभ मिलते है।
इस फंड में निवेशक को आय में स्टबिलिटी और लाभ दोनो मिलते है।
फंड मैनेजर मूलतः बाज़ार के उतार चढ़ाव को बहुत बारीकी से देखता है और निवेश करता है जिससे निवेशक को नुक़सान ना उठाना पड़े।
आज हमने क्या सीखा ?
इस पोस्ट में आपको mutual fund kya hai से जुड़ी सारी जानकारी दी गयी है। ताकि आप अगर म्यूचूअल फंड में निवेश करने की सोच रहे है या कभी भविष्य में म्यूचूअल फंड में निवेश करेंगे तो आपको उसकी पूरी जानकारी रहेगी और आप कभी भी संकोच नही करेंगे। यहाँ आपको बताया गया है की म्यूचूअल फंड कितने प्रकार के होते है, कौन-कौन से म्यूचूअल फंड है जिनमे हम निवेश कर सकते है
म्यूचूअल फंड की Unit(इकाई) क्या होती है ये कैसे काम करता है हम इसे कैसे अपने उपयोग में ला सकते है। म्यूचूअल फंड के जैसे ही अगर आप कुछ नया करके Online paise कमाना चाहते है बिना किसी Investment के तो हमारी पोस्ट को पढ़े।
इस जानकारी को अपने दोस्तों, फ़ैमिली मेम्बर और जो भी म्यूचूअल फंड के बारे में जानना चाहते है और निवेश करना चाहते है उनके साथ साँझा करे।
म्यूचूअल फंड या अन्य किसी भी जानकारी के लिए हमें कॉमेंट करके बतायें। धन्यवाद !